ॠषि कुमार सिंह॥ भारतीय जन संचार संस्थान, नई दिल्ली। "घर में ठंडे चूल्हे पर अगर खाली पतीली है। बताओ कैसे लिख दूँ धूप फाल्गुन की नशीली है।"(अदम गोंडवी)

मंगलवार, नवंबर 25, 2008

दरअसल प्रश्न यह था....

यह प्रश्न पत्रकारिता के स्टुडेंट ने पूछा है...

mashaal ने कहा…
कुछ प्रश्न पूछना है ?

1-साध्वी प्रज्ञा का चार बार नार्को टेस्ट क्यों ,जबकि वलिउलाह या अबू बसर जैसो का एक बार भी नहीं ......

2-अब tak ATS की कार्यवाहियों में शंदेह लगता लगता था आचानक उनपे इतना विशवास क्यों ?

3-आप लोग आतंकवाद को धर्मं से जोड़ने के ख़िलाफ़ थे ,तो हिंदू आतंकवाद जैसा नाम कारण क्या ?...

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