ॠषि कुमार सिंह॥ भारतीय जन संचार संस्थान, नई दिल्ली। "घर में ठंडे चूल्हे पर अगर खाली पतीली है। बताओ कैसे लिख दूँ धूप फाल्गुन की नशीली है।"(अदम गोंडवी)

मंगलवार, अप्रैल 19, 2011

कचहरी धमाकों में एसटीएफ के फर्जीवाड़े का पर्दाफाश

खालिद के घर की तलाशी की रिपोर्ट

27 नवम्बर, 2007 में उत्तर प्रदेश की लखनऊ, फैजाबाद व बनारस की कचहरियों में हुए धमकों में एसटीएफ की कहानियां एक के बाद एक झूठी साबित हो रही हैं। मीडिया चार्जशीट के हाथ लगी कुछ रिपोर्ट उ.प्र. एसटीएफ और पुलिस के दावों की पोल खोलते हैं। यह रिपोर्ट न केवल धमाकों के सिलसिले में उठाये गए युवकों की गिरफ्तारियों की पोल खोलती है, बल्कि उनके घरों से तलाशी में बरामद किए गए मोबाइल फोन की सच्चाई भी बयां करती है। कचहरी धमाकों में पुलिस की कार्यशैली पर पहले से भी सवाल उठते रहते हैं। मीडिया चार्जशीट के हाथ लगी रिपोर्ट एसटीएफ और पुलिस पर लगे दाग को पुख्ता करती है

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http://www.mediachargesheet.com/?p=773



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