लखनऊ, मार्च।हेल्लो मैं पूर्व मंत्री अंगद यादव के यहां से बोल रहा हूं, अपनी जमीन छोड़ दो नहीं तो पूरे परिवार का सफाया कर दूंगा। यह धमकी बहुजन समाज पार्टी के मौजूदा विधायक और पूर्व मंत्री अंगद यादव की तरफ से मानवाधिकार कार्यकर्ता के परिजनों को दी गई। आनंदसेन यादव, भीमराव आंबेडकर, गुड्डू पंडित और शेखर तिवारी जसे बसपा के होनहार नेताओं की राह पर चलने वालों में अंगद यादव भी शामिल हो गए हैं। अंगद यादव आजमगढ़ के हैं जहां के बाहुबलि सांसद उमाकांत यादव ने जब कुछ लोगों के घर-दुकानों पर बुलडोजर चलाने का काम किया तो मुख्यमंत्री मायावती ने खुद अपने घर बुलाकर उन्हें गिरफ्तार कराया था। पर आजमगढ़ में मायावती की छवि बिगाड़ने का नया ठेका अंगद यादव ने ले लिया है। उनकी धमकी को देखते हुए प्रदेश के बुद्धिजीवियों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने मानवाधिकार आयोग से गुहार लगाई है।शनिवार की रात फिर कुछ गुंडे राजीव यादव के घर पहुंचे और बोले - साला बहुत ब्लॉग ब्लॉग खेलता है ,काट डालूँगा ।गौरतलब है कि राजीव यादव ब्लॉग और वेबसाइट पर लिखते भी है ।
इस घटना से साफ़ है कि सतापक्ष से जुड़े भूमाफिया के हौसले किस कदर बुलंद है। ताजा मामला पीयूसीएल के प्रदेश संगठन सचिव की जमीन पर कब्जे का हैं। जिसमें पूर्व मंत्री और बसपा विधायक अंगद यादव का नाम आ रहा है। सता पक्ष से जुड़े होने के चलते पुलिस भी भूमाफियों के पक्ष में खड़ी दिख रही है। पांच मार्च को आजमगढ़ के कन्धरापुर थाने के देपार गाँव में भूमि विवाद में एक बालिका समेत दो लोगों की जन गयी। घटना में परू ब्लाक प्रमुख शंभूनाथ याद उर्फ साधू यादव का नाम आ रहा है। तो हीं दूसरी तरफ सिधारी थाने के सर्फुद्दीनपुर मुहल्ले की शारदा सहायक कालोनी के पास पीयूसीएल के प्रदेश संगठन मंत्री राजीव यादव की जमीन पर पूर्व मंत्री का रिश्तेदार कह जमीन पर कब्ज किया जा रहा है। राजीव के भाई वकील विनोद यादव को पांच मार्च की शाम ६ बजकर २३ मिनट पर मोबाइल नंबर 0९९१९३१३३१३ से फोन कर कहा गया कि जमीन छोड़ दो नहीं तो पूरे परिवार को मार देंगे। विनोद के पूछने पर उसने अपना परिचय रामनयन यादव बसपा विधायक के रिश्तेदार के रुप में दिया। विनोद और राजीव ने इसकी सूचना मानाधिकार आयोग, मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक समेत प्रदेश जिले के आला अधिकारियों को दी। दूसरे दिन इसकी शिकायतविनोद यादव और पीयूसीएल के नेता तारिक शफीक ने आजमगढ़ के एसएसपी भगवान् स्वरुप से की। जमीन कब्ज रोकने के एसएसपी केआश्वासन के बाद विनोद यादव जब वापस आए तो फिर मोबाइल नंबर 0९५३२५४४५0२ से फोन आया -ज्यादा उड़ो मत जमीन छोड़ दो नहीं तो जन से मार देंगे। नाम पूछने पर उसने अपना नाम हरिओम बताया। इस घटना के बाबत जब पीयूसीएल के प्रदेश संगठन मंत्री शाहनाज आलम ने उक्त नम्बरों पर बात की तो उनसे कहा गया कि जो भी बात होगी मंत्री जी के घर पर होगी। मंत्री का नाम पूछने पर उक्त व्यक्ति ने परू मंत्री बसपा विधायक अंगद यादव का नाम बताते हुए कहा कि हम लोग मंत्री जी के आदमी हैं और उन्हीं का काम करते हैं। इस बारे में शाहनाज आलम ने अंगद याद से बात की तो उन्होंने साल को टालते हुए कहा वे अभी बाहर हैं। मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित और सामाजिक कार्यकता संदीप पांड़े ने कहा कि पीयूसीएल ने जिले में अवैध रुप से कब्ज की जा रही जमीनों के खिलाफ आवाज उठायी है। राजीव यादव की जमीन पर कब्ज उसी खुन्नस का परिणाम है। इस बीच रात में कुछ गुंडे फिर राजीव यादव के घर पहुचे और गाली गलौज की। जनसत्ता
ॠषि कुमार सिंह॥ भारतीय जन संचार संस्थान, नई दिल्ली। "घर में ठंडे चूल्हे पर अगर खाली पतीली है। बताओ कैसे लिख दूँ धूप फाल्गुन की नशीली है।"(अदम गोंडवी)
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