चीप पब्लिसिटी......हिन्दी में कहें तो सस्ती लोकप्रियता। ये फॉर्मूला बड़ा हिट है। पब्लिसिटी और वह भी मुफ्त में मिले तो ये घी का लड्डू किसे अच्छा नहीं लगेगा। बदनाम होकर नाम करने का चलन आज इतना जोर पकड़ा है कि छोटे पर्दे से साथ-साथ बड़े पर्दे के कलाकार भी इसे अपनाने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। छोटे पर्दे की बात करें तो बस टी.वी.खोलिए और लगा दीजिए कोई भी रियलिटी शो.... और तब देखिये कलाकारों की नकली नौटंकी,एक से बढ़कर ड्रामा..सबकुछ सिर्फ प्रचार के लिए...। रियलिटी शो के नाम पर रिएलिटी की धज्जियां उड़ाने का काम ये कलाकार बखूबी सीख चुके हैं...लात-घूसे,गाली-गलौज,टीका-टिप्पणी यानि प्रचार पाने के लिए जो कुछ हाथ लगे उसी को हथियार बनाकर शुरू हो जाते हैं। और जहां तक बात बॉलीवुड की करें,तो इसका प्रचार पाने का अंदाज जरा ऊंचे दर्जे का है। लात-घूसे के बजाय टीका-टिप्पणी से ही काम चला लेते हैं। सस्ती लोकप्रियता पाने का आलम यह है कि विवादों के दामन से बचकर परदे पर उतरने वाली कुछ इक्का-दुक्का फिल्में ही होती हैं। फिल्म की रिलीज के कुछ हफ्ते या महीने पहले ही शुरू हो जाती है तैयारी। छींटाकशी, नकली इश्क की कहानियां और तो कभी समाज सुधारक का चोला पहनकर उतर पड़ते हैं मैदान में...और इस काम में मीडिया भी जमकर मदद करता है।
विवादों के इस तालाब में ताजा गोता लगाया है जया बच्चन ने...बेटे अभिषेक की फिल्म द्रोण और पतिदेव की फिल्म द लास्ट लीयर....बच्चन खानदान की दो फिल्में परदे पर उतरने को तैयार हो,तो जया का अपना मां और पत्नी का धर्म निभाना लाज़मी था। इसलिए लम्बे समय से मनसे के गैर हिन्दी भाषी तमाशे पर अचानक चुप्पी तोड़ते हुए बोल पड़ी.....हिन्दी के समर्थन में....कहा कि यू.पी. की हूं और हिन्दी में ही बोलूंगी, मुम्बई के लोग माफ करें। बस इतना कहना था कि मीडिया को जैसे काम मिल गया हो...जमकर दिखाया जाने लगा वह बयान जो दिया गया था बेटे कि फिल्म द्रोण के म्यूजिक के लॉन्च के मौके पर....बयान के साथ दिखता रहा द्रोण के म्यूजिक लॉन्च के मौके पर सितारों से सजा सेट... अब प्रचार पाने का इससे बढ़िया क्या तरीका होगा...बयान पर बवाल जारी रहा..मनसे के तमाशेबाज कार्यकर्ताओं ने पूरा ड्रामा किया....पोस्टर फाड़ा,बैनर लगाया,जया को इलाहाबाद वापसी का टिकट दिखाया...फिर जया की अखबार के जरिए प्रतिक्रिया आयी...कहा कि मेरा मतलब कुछ और था....मुंबई ने बहुत कुछ दिया...इसके बाद मनसे कि फिरकी....कह दिया कि मॉफी मांगे....लिखी लिखायी स्क्रिप्ट की तरह बयानबाजी औरर मॉफी का दौर बदस्तूर जारी है....और अब बारी आयी बिग बी के मॉफी की....... तो उन्होंने ने भी लगे हाथ ब्लॉग पर मांग ली मॉफी....इससे लोकप्रियता के साथ बच्चन परिवार के कद में इजाफा तय है.....क्योंकि मनसे के ढ़ीठपने के सामने बच्चन परिवार के बार-बार मॉफी मांगने की आखिर कौन कद्र नहीं करेगा...अरे भाई महानायक का परिवार अपनी गलती के लिए मॉफी मांग रहा है...
1 टिप्पणी:
बहुत खूब लिखा अर्चना आप ने। उम्मीद है ऐसे ही लिखती रहेंगी....साधूवाद
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